वार्षिक प्रांतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन किया गया
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
बांदा। श्री हनुमान लाज बड़ा बाईपास नजदीक पेट्रोल पंप , वार्षिक प्रांतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन किया गया जिसमे 14 जिलों के अध्यक्ष सचिव एवं दो देश हित में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले सदस्य आए। कानपुर के प्रांतीय अध्य्क्ष कर्नल बीएस राठौर, उपाध्यक्ष मेजर वीरेंद्र सिंह तोमर, ने सर्व प्रथम दीप प्रज्ज्वलित कर मां भारती को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए ने हमरे बीच नही रहे सदस्यों को यादकर दो मिनट का मौन रखा और जूनियर हाईस्कूल के बच्चों ने आए हुए आगंतुकों को सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, और देश भक्ति गीतों से विभिन्न जनपदों से आए सभी महानुभावों का मन मोहा, उसके बाद प्रांतीय अध्यक्ष उपाध्यक्ष ने आपने उद्बोधन में पूर्व सैनिकों को अपनी गरिमा बनाए रखने के लिए, और समाज की कुरीतियों जैसे नशा मुक्ति, कन्याओं एवं बालिकाओं को समाज के दो पैर वाले भेड़ियों से बचाने का आवाहन किया और सैन्य परिवार को संगठित रहने का मंत्र दिया सैनिकों को विद्यालय जा कर बच्चों को देश भक्ति के गुण सीखाने के लिए प्रेरित किया। उसके बाद विभिन्न जनपदों से आए हुए हुए टीम को सम्मानित करते हुए अपने अपने जनपदों में देश हित सर्वोपरि रखने के लिए मंत्र दिया। हमीरपुर अध्यक्ष हवलदार देवेश खरे जी, सुबेदार पुष्पेंद्र भदौरिया जी प्रांतीय महासचिव, सुबेदार मेजर हरिमोहन सिंह, बांदा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष कप्तान श्यामबाबू सिंह राठौर, सचिव सूबेदार मेजर दयाशंकर तिवारी, सुबेदार छत्रपाल परिहार, मंच संचालक सूबेदार आर पी तिवारी, मीडिया प्रभारी सूबेदार मेजर रामनरेश सिंह सेंगर, विशिष्ठ करकर्ता कप्तान विजय कुमार कुशवाहा, कोषाध्यक्ष सूबेदार सीताराम तिवारी, अग्निवीरों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने वाले सूबेदार वीरेंद्र सिंह, बीजेपी सैनिक प्रकोष्ठ के अध्य्क्ष राजू सिंह फौजी, पूर्व तिंदवारी नगर अध्यक्ष भूरेलाल फौजी, जनपद की वीर नारी रन्नो देवी, मात्र शक्ति एवं लगभग 200 पूर्व सैनिकों ने प्रतिभाग किया। 2 बजे खुले मंच से चर्चा को आगे बढ़ाते हुए सबके बाद परिवाद सुनने के बाद अध्य्क्ष कर्नल राठौर ने प्रांतीय सभा को शायं 04:30 बजे सभा को समाप्त करने की घोषणा की। आयोजन को भव्य और दिव्या बनाने के लिए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद बांदा इकाई की प्रांतीय अध्यक्ष ने भूरि भूरि प्रसंशा की और सहयोग राशि में 10,000/ रुपए का अनुदान भी किया ।