3 अक्टूबर से होगा समाज कल्याण निदेशालय पर संविदा शिक्षकों का धरना
चार महीने से शिक्षक नहीं पा रहे हैं वेतन
शिक्षकों के नवीनीकरण में हो रहा है बिलंब
अभी तक नवीनीकरण का काम पूरा नहीं हुआ , 30 अगस्त तक नवीनीकरण पूरा करने का मिला था आश्वासन
मृत्युंजय प्रताप सिंह पत्रकार
लखनऊ 19 सितंबर, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने लखनऊ में एक प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि समाज कल्याण निदेशक की वादा खिलाफी से नाराज राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों के संविदा शिक्षकों ने एक बार पुनः आंदोलन का मन बना लिया है। विगत माह आश्रम पद्धति विद्यालय के संविदा शिक्षकों ने निदेशालय पर धरना प्रदर्शन की नोटिस दिया था। उस समय विभागीय उपनिदेशक ने सभी शिक्षकों का नवीनीकरण 30 अगस्त तक करने का आश्वासन दिया था। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बीच बचाव करते हुए एक सप्ताह के लिए आंदोलन स्थगित करा दिया था, परंतु अभी तक समाज कल्याण निदेशालय से अभिलाषा तिवारी एटीएस सरधुवा चित्रकूट, उमा प्रजापति एटीएस, सारधुवा चित्रकूट, नीलम एटीएस हरदौली,अरुणा शुक्ला एटीएस रैन बछरावां रायबरेली तथा एटीएस बरैशा, कौशांबी ,एटीएस चठिया धनवार हरदोई, प्रेमचंद गुप्ता एटीएस मानिकपुर चित्रकूट सहित कई विद्यालय के शिक्षकों तथा जनजाति विकास विभाग में कार्यरत संविदा शिक्षकों का संविदा नवीनीकरण नहीं किया गया है। आगामी वर्ष में 50 %, परीक्षा परिणाम की शर्त भी यथावत है। निदेशक शिक्षकों की समस्याओं पर बात तक नहीं कर रहे है निदेशक के तानाशाही के कारण दुबारा आंदोलन की स्तिथि बन गई है। जे एन तिवारी ने अवगत कराया है कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने समाज कल्याण विभाग में फर्जी नियुक्ति से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए विभाग की कार्यवाही की समीक्षा करने का अनुरोध किया है। उन्होंने विभाग को नोटिस भेजते हुए अवगत कराया है कि 3 अक्टूबर से समाज कल्याण निदेशालय पर क्रमवार सभी मंडलों के पांच-पांच संविदा शिक्षक भूख भूख हड़ताल करेंगे। समाज कल्याण विभाग के भूख हड़ताल करनेवाले संविदा कर्मियों को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद समर्थन करेगी। संयुक्त परिषद के पदाधिकारी भी धरना स्थल पर उपस्थित रहेंगे। जे एन तिवारी ने अवगत कराया है कि समाज कल्याण विभाग की कर्मचारी विरोधी गतिविधियों के कारण संयुक्त परिषद जैसा अनुशासित संगठन आंदोलन करने पर मजबूर हो गया है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का सारा ध्यान समाज कल्याण विभाग के विशाल आकार के बजट पर है ।कर्मचारियों की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं है। विगत चार माह से शिक्षकों को वेतन मिला है। विभाग जानबूझकर समस्याओं को टाल रहा है ताकी कर्मचारी बड़े आंदोलन पर मजबूर हो जाए। 25 अक्टूबर को संयुक्त परिषद द्वारा लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर समाज कल्याण विभाग की कार्यवाही को उजागर किया जाएगा।