रक्तदान की परम्परा को जारी रखे डिप्लोमा इंजीनियर्स: कुॅवर बृजेश सिंह
राजधानी में 254, प्रदेश में 3000 यूनिट रक्तदान
मृत्युंजय प्रताप सिंह पत्रकार
लखनऊ 15 सितम्बर। डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ लखनऊ मण्डल द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी हृदय सम्राट स्व. आर.के. दत्त के परिनिर्वाण दिवस पर रक्तदान, वृक्षारोपण, दरिद्रनारायण भोज और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मण्डल स्तर पर विश्वेश्रैया प्रेक्षागृह लोक निर्माण विभाग में इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग कुॅंवर बृजेश सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंनंें अपने सम्बोधन में कहा कि इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र उपाय है रक्तदान। स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढतें मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है। लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है। लोगों की यह धारणा है कि रक्तदान से कमजोरी आती है, पूरी तरह बेबूनियाद है। आजकल चिकित्घ्सा क्षेत्र में कॅम्पोनेन्ट थैरेपी विकसित हो रही है, इसके अन्तर्गत रक्त की इकाई से रक्त के विभिन्न घटकों को पृथक कर जिस रोगी को जिस रक्त की आवश्यकता है दिया जा सकता है इस प्रकार रक्त की एक इकाई कई मरीजों के उपयोग में आ सकती है। डिप्लोमा इंजीनियर्स का यह कार्य समाज के साथ विभाग के लिए उपलब्धि है। शासकीय दायित्वों के साथ रक्तदान की परम्परा को जारी रखें। डिप्लोमा इंजीनियर इंजीनियरिंग विभागों की रीड है और यह वह पहली कड़ी है जहां से विकास धरातल पर उतरता है।
उत्तर प्रदेश डिप्लोमा यह महासंघ लखनऊ मंडल द्वारा महासंघ के संस्थापक सदस्य हृदय सम्राट स्वर्गीय आर दत्त जी की 36वीं पुण्यतिथि पर अभियंता दिवस के अवसर पर आयोजित बृहद रक्तदान कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता इंजीनियर संजीव भारद्वाज ने कहा कि यह नेक कार्य आपके सामाजिक चिन्तन का प्रतीक है। इस तरह के आयोजन से समाज को बेहतर दिशा मिलती है। इस अवसर पर केजीएमयू की ब्लड एवं ट्रांसफ्यूजन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर तूलिका चन्द्रा जी ने रक्तदान की महत्ता और रक्तान करने के फायदे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान से दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। रक्तदान से रक्त की चिपचिपाहट कम होती है। रक्तदान से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। शरीर में ज़्यादा आयरन होने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। रक्तदान से शरीर में आयरन का स्तर संतुलित रहता हैरक्तदान से वज़न कम करने में मदद मिलती है।रक्तदान से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।रक्तदान से त्वचा का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। रक्तदान से ट्राइग्लिसराइड्स कम होते हैं। मण्डल अध्यक्ष इं. राजर्षि त्रिपाठी और सचिव इं. प्रदीप कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के डिप्लोमा इंजीनियर्स इस तरह का आयोजन अपने अपने जिले में किया गया लक्ष्य के अनुसार तीन हजार यूनिट रक्तदान किया गया। इसके अलावा वृक्षारोपण, दरिनारायण भोज के साथ तकनीकि सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दू पर संगोष्ठी का आयेाजन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के समस्त संरक्षक मंडल प्रांतीय अध्यक्ष इं. एच मिश्रा, महासचिव नितेंद्र श्रीवास्तव, इं. एनडी द्विवेदी सहित संम्बद्ध घटक संघ के प्रांतीय पदाधिकारी गढ़ उपस्थित थे। मंडल अध्यक्ष राजर्षि त्रिपाठी एवं मंडल सचिव प्रदीप शुक्ला ने बताया किइस अवसर पर राजधानी के सभी प्रमुख ब्लड बैंक एसजीपीजीआई किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी बलरामपुर हॉस्पिटल श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हॉस्पिटल एवं नारायण चौरिटेबल ग्रुप उपस्थित रहे जिम महासंघ के सदस्यों द्वारा कल 234 यूनिट रक्तदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष राजर्षि त्रिपाठी द्वारा की गई एवं संचालन मंडल सचिव प्रदीप शुक्ला द्वारा किया गया।