राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत एवं फैमिली केयरगिवर हेतु मास्टर ट्रेनर का एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत एवं फैमिली केयरगिवर हेतु मास्टर ट्रेनर का एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण
– ब्लॉक स्तर पर होगा ग्राम प्रधानों, ग्राम सचिवों और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) का प्रशिक्षण
– जनपद एवं ब्लॉक स्तर के मास्टर ट्रेनर्स तैयार कर व्यापक अभियान का संचालन
– प्रशिक्षित फैमिली केयरगिवर क्षय रोगियों की नियमित देखभाल और उपचार को बनाएंगे सुनिश्चित
लखनऊ : राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मुक्त पंचायत एवं फैमिली केयरगिवर पहल को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए मास्टर ट्रेनर्स का एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। राज्य क्षय रोग अधिकारी, उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, लखनऊ के सभागार में यह प्रशिक्षण 22 से 24 अक्टूबर 2024 तक चलेगा।
इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश के निर्वाचित ग्राम प्रधानों और क्षय रोगियों के परिवार के किसी एक सदस्य को फैमिली केयरगिवर के रूप में प्रशिक्षित कर उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है। यह पहल न केवल टीबी रोगियों की बेहतर देखभाल को सुनिश्चित करेगी, बल्कि समुदाय की भागीदारी बढ़ाकर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को गति देगी।
इस रिफ्रेशर प्रशिक्षण में प्रत्येक जनपद से जिला क्षय रोग अधिकारी, जिला कार्यक्रम समन्वयक, और पीपीएम कोऑर्डिनेटर को मास्टर ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये मास्टर ट्रेनर्स आगे चलकर जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित करेंगे। इस प्रशिक्षण के बाद ब्लॉक स्तर पर ग्राम प्रधानों, ग्राम सचिवों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), और फैमिली केयरगिवर के रूप में चयनित व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण का कार्यक्रम और जनपदों का विवरण:
22 अक्टूबर 2024: जनपद: लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर खीरी, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, अमेठी, बाराबंकी, सुल्तानपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, औरैया, इटावा, कन्नौज और फर्रुखाबाद।
23 अक्टूबर 2024: जनपद: बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बागपत, बुलंदशहर, अमरोहा, गाज़ियाबाद, हापुड़, मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, सम्भल, मुज़फ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, झांसी, ललितपुर, जालौन, अलीगढ़, एटा, हाथरस और कासगंज।
24 अक्टूबर 2024: जनपद: चंदौली, गाज़ीपुर, जौनपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, सोनभद्र, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और मथुरा।
फैमिली केयरगिवर वह व्यक्ति होगा, जो क्षय रोगी के परिवार का सदस्य होने के नाते उसकी नियमित देखभाल करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि रोगी समय पर दवाएँ ले और चिकित्सकीय दिशा-निर्देशों का पालन करे। ये केयरगिवर रोगी के उपचार की निगरानी और दवा सेवन की नियमितता बनाए रखने, रोगी के स्वास्थ्य में किसी भी बदलाव की जानकारी संबंधित अधिकारियों को देने एवं सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने में योगदान देने और अन्य परिवारों को भी प्रेरित करने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाएंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज के हर वर्ग को टीबी उन्मूलन अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा। यह पहल न केवल रोगियों के उपचार की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि संपूर्ण समाज में टीबी के प्रति जागरूकता भी फैलाएगी।
इस अभियान का उद्देश्य हर ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाना है, जिसमें ग्राम प्रधान, सचिव और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इस तरह पूरे प्रदेश में टीबी उन्मूलन की दिशा में समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। फैमिली केयरगिवर और पंचायतों की सहभागिता से यह पहल समाज के हर वर्ग को इस अभियान का हिस्सा बनाएगी।
टीबी मुक्त पंचायत अभियान समुदाय-आधारित पहल है, जो प्रदेश को क्षय रोग से मुक्त बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। टीबी रोगियों के परिवार और ग्राम पंचायतों की सहभागिता से यह कार्यक्रम न केवल उपचार की गुणवत्ता बढ़ाएगा बल्कि समाज में टीबी के प्रति जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस कार्यक्रम में राज्य क्षय प्रकोष्ठ के अधिकारी, राज्य सलाहकार, विश्व स्वास्थ्य संगठन, उत्तर प्रदेश राज्य तकनीकी इकाई, डब्लूएचपी, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रैटजीज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।