प्रदेश में 9 सितम्बर से ढूँढे जा रहें हैं टीबी के मरीज
9 से 20 सितबर 2024 तक चलेगा सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान
लखनऊ, 11 सितम्बर 2024- राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत घर में छुपे हुए टीबी रोगियों को खोजने के लिए प्रदेश में सक्रिय टीबी रोगी खोजी (एसीएफ)अभियान 9 सितम्बर से शुरू हो गया है | राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि 9 सितम्बर से शुरू किया गया एसीएफ अभियान 20 सितम्बर तक सभी 75 जनपदों में चलेगा | यह अभियान जनपदों की 20 % आबादी को अच्छादित करेगा | यह अभियान ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की हाई रिस्क आबादी जैसे, 1. कुपोषित , 2. वृद्ध रोगी और वृद्धाश्रम, 3. पुराने मरीज़ , 4. टीबी रोगियों के साथ रहने वाले लोग , 5. डायबिटीज और एचआइ वी पीड़ित व्यक्ति, 6. धूम्रपान करने वाले 7. कारागार में विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है | इसके साथ ही इन सबकी टीबी जाँच भी की जा रही है | इसके अलावा मलिन बस्तियां, सब्जी मंडी, अनाथालय, मदरसा, साप्ताहिक बाजार, नवोदय विद्यालय, खानों, स्टोन क्रशर में भी टीबी जाँच की जा रही है | एसीएफ के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग कर रहें हैं |
क्षय रोग के लक्षण हैं, 1. दो हफ्ते से ज्यादा खांसी , 2. बुखार रहना , 3. वजन का लगातार कम होना , 4. भूख न लगना ,, 5. बलगम में खून आना , 6. रात में पसीना आना , 7. गले में गाँठ होना , 8. महिलाओं में बांझपन की समस्या | इन्हीं लक्षणों के आधार पर संभावित टीबी मरीजों ढूँढे जा रहें हैं | टीबी मरीजों की टीबी बीमारी के लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग की जा रही है और टीबी की पुष्टि होते ही पीड़ित की दवाओं के प्रति संवेदनशीलता की जाँच (यूडीएसटी) और एचआईवी की जल्द से जल्द जाँच कर, विवरण निक्षय पोर्टल पर चढ़ाया जा रहा है | इसके साथ ही 72 घंटे के भीतर मरीज का इलाज शुरू करना सुनिश्चित करते हुए उसके बैंक खाते का विवरण भी निक्षय पोर्टल पर चढ़ाया जायेगा | राज्य क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि टीबी की भ्रांतियों के रहते लोग इसे खुलकर बताते नहीं हैं | इसके साथ ही लक्षणों के बारे में भी जानकारी न होने के कारण लोग इधर उधर इलाज कराते हैं जिसके परिणाम नकारात्मक होते हैं | इसलिए एसीएफ के तहत लक्षित क्षेत्र में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर घर जाकर लक्षणों के बारे में पूछते हुए टीबी मरीज की पहचान कर रहें हैं | इसलिए जब भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर पर आयें तो उनका सहयोग करें और यदि घर के किसी सदस्य को लम्बे समय से खांसी, बुखार आ रहा है तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता को अवश्य बताएं | टीबी की जाँच और इलाज सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क है |