आरक्षण में उप वर्गीकरण का मामला एक डाकिया के तौर पर सरकार के समक्ष रखा जाएगा…. ब्रजेश पाठक
मृत्युंजय प्रताप सिंह पत्रकार
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने वंचित-शोषित सामाजिक संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ “महादलित परिसंघ” द्वारा आयोजित “वंचित-शोषित समाज के अधिकार सम्मेलन” को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर के ऑडोटोरियम में संबोधित करते हुए कहा कि “गरीब, शोषित, वंचित” के उत्थान एवं उनके सर्वांगीण विकास की चिंता करने वाली एकमात्र भारतीय जनता पार्टी है” भाजपा सरकार में गरीब से गरीब व्यक्ति आज गरिमामयी जीवन जीने की ओर अग्रसर है, सरकार की प्रत्येक योजना के केंद्र बिंदु में गरीब, शोषित और वंचितों का उत्थान है। गरीब, शोषित, वंचितों के हितों के लिए कार्य करने वाले “महादलित परिसंघ” ने अति महत्वपूर्ण विषय आरक्षण में उपवर्गीकरण और नियमित प्रकृति के बारमासी कामों में संविदा और आउटसोर्सिंग के स्थान पर नियमितिकरण के लिए सरकार जल्द विचार करेगी।
वंचितों के वास्तविक सामाजिक न्याय के लिए चन्दन लाल वाल्मीकि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा आयोजित कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए देश के 12 राज्यों से आए विभिन्न सामाजिक प्रतिनिधियों का लखनऊ की पावन धरती पर आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। दिल्ली से आए
मुख्य वक्ता डॉ ओपी शुक्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के वर्गीकरण का फ़ैसला कर दिया है, अब सरकारों की जिम्मेदारी है कि जो जातियां आरक्षण के लाभ वंचित हैं उन्हें समाज में बराबरी और समानता का लाभ दिलाएं।
सम्मेलन में महामंडलेश्वर पूज्य श्री स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती जी, महामंडलवेश्वर पूज्य श्री योगी नवल गिरी जी, पूज्य स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज जी, ने संयुक्त रूप से वंचित समाज को गले लगाने की बात कही।
परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उमेश पिम्परे जी ने कहा वंचित जातियों को एक जुट होकर सरकारों पर आरक्षण उपवर्गीकरण कराने का दवाब बनाए जाने की अवश्यकता है।
कार्यक्रम आयोजक एवं राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री चंदन लाल वाल्मीकि ने कहा इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से अलावा असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राज्यों से 72 संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र के अध्यक्ष दिनेश चंद्रा पूर्व विशेष सचिव सचिवालय ने कहा है सामाजिक कार्यों में सभी सामाजिक बंधुओं को भाग लेने की अवश्यकता है, हमें आपसी मतभेद बुला कर बड़े लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा तब ही समाज का भला हो सकता है।
पवन सिंह चौहान सदस्य विधान परिषद ने वाल्मीकि समाज के बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर होने की बात कही।
राज किशोर ने वंचित समाज की समस्याओं को जल्द हल कराने को कहा, सम्मेलन में
झारखंड रांची से तान्या वाल्मीकि, उमाशंकर परिहार, उत्तराखंड से रामू भारती जी, काशीपुर से जितेंद्र देवान्तक, हल्द्वानी से आशु पंडालिया नैनीताल से राजेश वाल्मीकि, पटना बिहार से विष्णु देव, पश्चिम बंगाल से हेमंत खोटे, अजय चंदेल, लक्ष्मण रजक, रमेश कलशाह, कुंदन कुमार, विश्वनाथ बांसफोर, नागपुर से दिलीप गोइनकर, राज कुमार, खरे, इन्दौर से पवन नरवले, नीमच से रोहित नरवले, गुजरात् से राजेश वाघेला, मध्य प्रदेश से विष्णु भारती, बालचन्द हवेलिया, किस्मत कुमार भुइयां, शिव शंकर मुंडा, लखनऊ से डॉक्टर नंद किशोर, अरूण कुमार, अजय धानुक, ब्रजेश चंद्रा, अखिलेश उटमालिया, दुर्गेश कुमार वाल्मीकि, सचिन वाल्मीकि, आर जे श्रद्धा, संत कुमार, देवी दीन, मेरठ से विपेन्द्र सुधा, शाहजहांपुर से सुरेंद्र नाथ वाल्मीकि पूर्व अध्यक्ष राज्य सफ़ाई कर्मचारी आयोग, कालपी से महेन्द्र कुमार गौतम, महोबा से अशोक कुमार समूद्रे, बदायूं से बॉबी लाल, सुशील कुमार एडवोकेट, पीलीभीत मुकेश कुमार, रिक्की बाबू, बाराबंकी से सुमित वाल्मीकि, गोंडा से सनी वाल्मीकि, मुरादाबाद से ऋतु राज पथिक, बरेली से आकाश पुष्कर, रजत कुमार, कानपुर से रवि शंकर हवेलकर, अश्वनी कुमार, प्रदीप कुमार, रविंद्र कुमार, सीतापुर से सरोज कुमार डॉक्टर ऋषभ कुमार, डॉक्टर वैशाली, सभासद कुसुम लता, अनिल कुमार दीवान, जालौन से किशोरी लाल वाल्मीकि, अजय नाहर, झांसी से महेश प्रसाद, अंबेडकर नगर से अयोध्या प्रसाद धरकर, लखीमपुर से सुरेश सौरभ, श्याम किशोर बेचैन, इलाहाबाद से सुन्दर लाल आनन्द, फतेहपुर से अमरजीत भारती, रायबरेली से शिव शंकर वाल्मीकि, कोशांभी से रामू भारती, ने अपने विचार व्यक्त किए।
एवं भारी संख्या में गणमान्यजन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।