राजस्थानी लोक संगीत से मंत्रमुग्ध हुए जी-20 शेरपा बैठक में आए विभिन्न देशों के मेहमान
उदयपुर। उदयपुर में रविवार को शुरू हुई जी-20 समिट की प्रथम शेरपा बैठक में आए विभिन्न देशों के शेरपा, राजदूत व वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित राजस्थानी लोक संगीत संध्या का आनंद उठाया। शेरपा बैठक के मेहमानों को राजस्थान की सौंधी खुशबू से रूबरू कराने के उद्देश्य से 4 से 7 दिसम्बर की पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार गायत्री राठौड़ ने कहा कि जी-20 समिट की शेरपा बैठक के माध्यम से राजस्थान के पर्यटन स्थल, लोक कला एवं संस्कृति को सभी मेहमानों से रूबरू कराने का हमें अवसर मिला है। भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने राजस्थान टूरिज्म विभाग की ओर से आयोजित बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की।
लोक कलाकारों ने बिखेरी राजस्थान के पारंपरिक संगीत की खुशबू
पर्यटन विभाग की ओर से रविवार शाम को होटल लीला के शीशमहल में मेहमानों को राजस्थान की धरा का अनुभव कराने के लिए डेजर्ट सिम्फनी की खास प्रस्तुति विश्व प्रसिद्ध लोक कलाकारों की ओर से दी गई। जिसमें लोक कलाकारों के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों का मेहमानों ने खूब आनंद लिया। इसमें राज्य के विभिन्न संभाग से आए लोक कलाकारों ने वाद्ययंत्रों की बेहतरीन प्रस्तुति दी।
पश्चिमी राजस्थान के लंगा मांगणियार समूह की सिंधी सारंगी पर अनूठे संगीत प्रस्तुती ने सभी का मन मोह लिया। गाज़ी खान के नेतृत्व में दुर्लभ वाद्य संगीत नाद और राजस्थान के प्रसिद्ध स्वागत गीत केसरिया बालम ने शाम को खुशनुमा बना दिया।
इसके साथ अन्य कलाकारों ने अलगोजा डबल बांसुरी‚ कॉर्डोफोनिक वाद्दयंत्र‚ सुरिंडा हारमोनियम‚ खड़ताल‚ ढोलक तंदूरा‚ मोरचंग और मटका पर शानदार लोक धुनों की प्रस्तुति दी गई।
पारंपरिक वेशभूषा में रॉयल स्वागत
इससे पूर्व राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मेहमानों को राजस्थान की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए उनका स्वागत मारवाड़ की पारम्परिक वेशभूषा में बीकानेर के रौबिले एवं महिला लोक कलाकारों ने किया। इस दौरान राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों से संबंधित ब्रांडिंग भी की गई।
आने वाले दिनों में ये प्रस्तुतियां हाेंगी खास
इसी कड़ी में सोमवार को जगमंदिर पैलेस में सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘कलर्स ऑफ राजस्थान‘ में प्रदेश के विभिन्न लोक कलाकार विदेशी मेहमानों का मन मोहेंगे। वहीं 6 दिसम्बर को उदयपुर सिटी पैलेस के माणक चौक पर भारत के विभिन्न कला शैलियों पर आधारित प्रस्तुति होगी। इसी तरह चौथे दिन, 7 दिसम्बर की शाम की सांस्कृतिक प्रस्तुति रणकपुर में होगी।