कभी अतीक के प्रभाव में आकर छोड़ी थी पुलिस की नौकरी, बाद में माफिया के गुर्गे से ही मांगने लगा रंगदारी, अब एक्शन में पुलिस
प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद के पूर्व गनर एहतेशाम करीम को पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लिया. उसकी निशानदेही पर तमंचा व कारतूस बरामद किया गया. अतीक के पुराने गुर्गे और बिल्डर मो. मुस्लिम ने अतीक अहमद के दोनों बेटों के साथ ही माफिया के पूर्व गनर समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. आरोप लगाया था कि सभी ने उसे अगवा कर उससे रंगदारी मांगी थी.
मो. मुस्लिम अतीक अहमद गुर्गा था. बाद में वह बिल्डर बन गया. उसने उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया के दो बेटों और पूर्व गनर रहे एहतेशाम करीम समेत 7 लोगों के खिलाफ धमकाने और रंगदारी मांगने समेत कई आरोपों के तहत केस दर्ज करवाया था. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खुल्दाबाद पुलिस ने अतीक अहमद के पूर्व गनर एहतेशाम करीम को जेल से कस्टडी रिमांड पर लिया था. उसकी निशानदेही पर तमंचा व कारतूस बरामद किया. इसके बाद ही कई अन्य जानकारियां भी मिलीं.
यूपी पुलिस में सिपाही रहा है एहतेशाम करीम : अतीक अहमद के साथ रहकर उसकी सुरक्षा करने वाला एहतेशाम करीम कभी यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात रहा है. अतीक के संपर्क में आने के बाद उसने पुलिस की नौकरी को दांव पर लगाकर उसके साथ काम शुरू कर दिया. उसने कई कारनामों को अंजाम दिया. इसके बाद यूपी पुलिस की सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया. अतीक अहमद की हत्या के बाद दर्ज हुए अपहरण के केस में पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. कुछ दिनों पहले ही उसने पुलिस को चकमा देकर सरेंडर कर दिया था.
अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद दर्ज करवाया था मुकदमा : माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद मो. मुस्लिम ने अतीक अहमद के दो बेटों के साथ ही 7 लोगों के खिलाफ धमकाने, रंगदारी मांगने समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज करवाया था. मो. मुस्लिम ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उसने अतीक अहमद के नैनी सेंट्रल जेल में बंद बेटे अली और लखनऊ जेल में बंद उमर और उनके गुर्गों असाद कालिया, गनर एहतेशाम करीम, मो नुसरत और अजय खुराना के खिलाफ अपहरण करके 15 करोड़ की रंगदारी मांगने और धमकी देने का केस खुल्दाबाद थाने में दर्ज करवाया था.
एक करोड़ 20 लाख रुपये देकर बचाई थी जान : आरोप लगाया था कि देवघाट में उसकी 15 करोड़ कीमत का प्लॉट है. इसे अतीक के कहने पर असाद कालिया हड़पना चाह रहा था. धमकी दे रहा था कि वह प्लॉट अली और असद के नाम पर रजिस्ट्री कर दे. उमेश पाल हत्याकांड से पूर्व प्रयागराज पहुंचने पर आरोपियों ने उसका अपहरण भी कर लिया था. उसे अतीक अहमद के चकिया वाले ऑफिस में ले जाया गया. वहां पर उसे टार्चर किया गया. इसके बाद मो. मुस्लिम ने एक करोड़ 20 लाख रुपये तत्काल देकर अपनी जान बचाई थी. पुलिस इस केस के सभी आरोपियों को जेल भेज चुकी है. इस मामले में अतीक गैंग पर केस करवाने वाले पीड़ित बने मो. मुस्लिम के ऊपर भी कई मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं.