जल निगम के कर्मचारियों और पेंशनरों ने प्रदर्शन कर प्रशासन को चेताया।
मृत्युंजय प्रताप सिंह संवाददाता
उ०प्र० जल निगम (नगरीय / ग्रामीण) कर्मचारी यूनियन के तत्वाधान में आज जल निगम मुख्यालय पर प्रदेश से जुटे सैकड़ों कर्मचारियों, पेंशनरों एवं आश्चित नियुक्ति विहीन मृतक कर्मचारियों की विधवाओं व परिजनों ने एक दिवसीय सत्याग्रह एवं प्रदर्शन किया। यूनियन द्वारा विगत 3 वर्षों से अवैध रूप से रोकी गई आश्रित नियुक्ति, निदेशक मण्डल द्वारा निर्धारित 5 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर 1991 से 1995 तक विनियमित किये गये 4141 फीकड कर्मचारियों को पेंशन एवं पेंशनरी लाभ दिये जाने, वाँडीशापिंग के आधार पर नगर निकायों में प्रतिनियुक्ति पर भेजे गये कर्मचारियों को बाध्य प्रतीक्षा अवधि का बकाया वेतन भुगतान करने, षष्ठम वेतनमान का एरियर, 230 प्रतिश मंहगई भत्ता / महंगाई राहत देने, माह अक्टूबर, 2023 से 4 माह का बकाया वेतन/पेंशन का भुगतान करवाने की माँग सहित 10 सूत्री समस्याओं के शीघ्र निदान हेतु संवर्ग के अन्य संगठनों उ०प्र० जल निगम नगरीय ग्रामीण लाल झंड़ा मजदूर यूनियन एवं उ०प्र० जल निगम नगरीय ग्रामीण पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थन करते हुए सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लिया।
धरने की अध्यक्षता करते हुए का० महेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास का नाम देने वाली भाजपा सरकार में जल निगम के कर्मचारियों और पेंशनर वेतन/पेंशन के अभाव में भुखमरी से जूझ रहे है। यूनियन के अध्यक्ष का० राम सनेही यादव ने जल निगम प्रशासक द्वारा विभाग की आर्थिक बदहाली के नाम पर विगत तीन वर्षों से अवैधानिक रूप से रोकी गई आश्रित नियुक्ति को संविधान / नियमों के विरूद्ध बताते हुए तत्काल बहाल करने की मांग की। उ०प्र० जल निगम नगरीय ग्रामीण लाल झंडा मजदूर के अध्यक्ष का गिरीश यादव ने 4141 कर्मचारियों को मा० उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद पेंशन / पेंशनरी लाभ से वंचित रखने को तानाशाही बताते हुए जल निगम प्रशासक की कड़ी भर्त्सना की। उ०प्र० जल निगम नगरीय ग्रामीण पेंशनर्स बेलफेयर एसोसियेशन के महामंत्री श्री राज कुमार कुशवाहा नेकहा कि उ०प्र०शासन द्वारा षष्ठम वेतन संरचना में 230 प्रतिशत मंहगाई भत्ता / राहत देने का शासनादेश देने के बावजूद जल निगम (ग्रामीण) द्वारा 196 प्रतिशत एवं जल निगम (नगरीय द्वारा 189 प्रतिशत मंहगाई भत्ता / राहत दिये जाने से आर्थिक संकट से जूझते पेंशनर अपनी आजीविका और इलाज कराने के दर-दर भटक रहे है। उ०प्र० जल निगम संघर्ष समिति के संयोजक इं० डी०पी० मिश्रा, सलाहकार, इं० राम सेवक शुक्ला, इं० बाई०एन० उपाध्याय, इं० ए०के० सिंह, इं० आर०पी० गुप्ता, जल निगम पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के संरक्षक के०के० वर्मा, इं० भीमराज पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शिव वचन सिंह यादव, जलकल कर्मचारी महासंघ के महामंत्री श्री राजेन्द्र यादव, लाल झंडा मजदूर यूनियन के महामंत्री का अजय गुप्ता ने माँगों का समर्थन करते हुए सभा को सम्बोधित किया।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में सर्व श्री हरिश्चन्द चौरसिया, राजकुमार यादव, नजर मोहम्मद, दिग्विजय सिंह, रामजी लाल आर्या, राम रहीस यादव, रविशंकर राय, नन्दजी सिंह, मनीराम पटेल, चन्द्र भूषण पटेल, बैजनाथ, धर्मवीर सिंह, जगदीश नारायण यादव, श्याम वीर सिंह राठौर, वृजपाल शर्मा, विपिन कुमार श्रीवास्तव, सतीश कुमार शर्मा, दयाराम मौर्य, राम अचल सिंह, वीरेन्द्र सिंह यादव, राम भरत पाण्डेय, अमीर हैदर जैदी, कैलाश यादव, अखिलेश कुशवाहा, हसन अली, लाल झंडा- मुकेश कुमार सावरिया, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, पूरन सिंह, राम कुमार, सत्य प्रकाश रावत, जलज शाक्य, मलखान सिंह, राजेन्द्र सिंह, राजाराम यादव, दीप कुमार सिंह, राधेश्याम तिवारी, सर्वदेव शुक्ला, मुनेश्वर सिंह यादव, सत्य प्रकाश गौतम, मनोज बाजपेई, महताब खॉ., पे०वे०एसोसियेशन- शेषमणि पाण्डेय, राम प्रकाश सिंह, मूलचन्द्र शर्मा कौशाम्बी इश्तियाक अहमद, चन्द्रकान्त द्विवेदी, जगदेवानन्द दुबे, एवं अन्य
धरना कार्यक्रम का संचालन का० ज्योति श्रीवास्तव, महामंत्री ने किया।