पंचतत्व मे विलीन हुए वयोवृद्ध समाजसेवी, गौसेवक नन्हा सिंह चौहान
लखनऊ, सरसवा अर्जुनगज के निवासी चौहान मार्केट के मालिक, प्रसिद्ध समाजिक संगठन क्षत्रिय क्षत्राणी सेवा समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वयोवृद्ध समाजसेवी गौसेवक एंव विजयी विश्व भारती फाउंडेशन के प्रमुख संरक्षक नन्हा सिंह चौहान का निधन 1 अप्रैल को पंचतत्व में विलीन हो गये। उनका पार्थिव शरीर सरसवा अर्जुनगज स्थित उनके निवास पर लाया गया जहाँ तमाम गणमान्य लोग अंतिम विदाई के लिए पहुंचे। उनकी अन्तयेष्टि 2 अप्रैल को दिलकुशा स्थित पिपराघाट में सनातन विधि से हुई, अंतिम यात्रा में रास्ते भर उनके सम्मान में पुष्पवर्षा की गई। अंतिम संस्कार में काफी लोग शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। 3 अप्रैल को परिवार जनो की उपस्थित में प्रयागराज के संगम मे अस्थि विसर्जन किया गया जिसमें मनोज सिंह चौहान, हर्ष वर्धन सिंह चौहान, अजीत सिंह चौहान, विशाल सिंह चौहान, अनय सिंह चौहान, रमन सिंह चौहान, उमाकांत दुबे आदि उपस्थित रहे। इस क्रम में स्वर्गीय नन्हा सिंह चौहान के बड़े पुत्र जाने माने समाजसेवी उत्तर प्रदेश रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध समाजिक संस्था विजयी विश्व भारती फाउंडेशन के अध्यक्ष पूर्व सासंद एंव विधायक प्रत्याशी लखनऊ मनोज सिंह चौहान का कहा कि हमारे पूज्य पिताजी सच्चे अर्थो में एक समाजसेवी व गौसेवक थे। ब्रिटिश जमाने के जमींदार तथा सरकारी ठेकेदार कॉन्ट्रैक्टर जिनके द्वारा सारदा कैनाल एंव सुल्तानपुर रोड समेत कई नहरो, सड़को व भवनो का प्रथम बार निर्माण करने वाले परम पुज्य स्वर्गीय रामदयाल सिंह चौहान के 7 पुत्रो स्वर्गीय बाबु सिंह चौहान, शंकर सिंह चौहान, चन्द्रमोहन सिंह चौहान, चन्दलोचन सिंह चौहान, जगत सिंह चौहान, नन्हा सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह चौहान आदि भाईयो में पिता जी छठे नम्बर पर थे। इनकी तीन बहने थी, हमारे बाबा जी की 2 शादियां हुई पहली दादी की 3 संताने और दूसरी पत्नी से 7 संताने हुई। हमारे बाबा जी के आखिरी अन्तिम संतानो मे हमारे पिता जी ही बचे थे, अब बाबा जी की सन्तानो मे कोई नही बचा। लेकिन आज कई सौ व्यक्तियो का परिवार, कई सौ करोड़ो की बाबा जी की मेहनत से कमाई जमीने उनकी सदैव याद दिलाती रहेगी। पुराने अभिलेखो के अनुसार उन्नीस सौ पच्चीस में बाबा स्वर्गीय रामदयाल सिंह चौहान की सालाना आमदनी नब्बे हजार रुपए थी। उनके पुत्र स्वर्गीय नन्हा सिंह चौहान बेहद सरल, विनम्र और मिलनसार स्वभाव के थे। परिवार में बड़े पुत्र मनोज सिंह चौहान, छोटे पुत्र विनोद सिंह चौहान, पौत्र वरुण सिंह चौहान, हर्ष वर्धन सिंह चौहान, बाल मुकुंद सिंह चौहान, बहुऐं अन्जु सिंह चौहान, क्षमता सिंह चौहान सभी ने स्वर्गीय नन्हा सिंह चौहान को अपना प्रेणाश्रोत और अपना आदर्श माना। समाजसेवी मनोज सिंह चौहान का कहना है की हमारे पिता जी कभी मर नही सकते वो हमारे दिलो मे रहकर हम सभी को दीन दुःखियो की सेवा की प्रेणा देते रहेंगे हम सब उनको शत शत नमन करते है।